प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाला जांच होनी चाहिए

उत्तर प्रदेश के जनपद मऊ में मधुबन नगर पंचायत के अंतर्गत 2017 से लेकर 2022 तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डूडा  संस्था के माध्यम से 1700 लगभग आवास  दिए गए इसमें भारी भरकम घोटाला सामने आ रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार इस क्रम चरम सीमा पर है की जो भी जेई नियुक्त किया गया इन 5 सालों में वह भ्रष्टाचार किया और भ्रष्टाचार के पैसे से दुकान और मकान खरीदा एक ऐसा भी संविदा जेई है जो मधुबन नगर पंचायत में जमीन भी खरीद रखा है और घर बनवाने की तैयारी में भी है नियुक्ति तो मधुबन में नहीं है छुट्टी पर रहता है लेकिन आए दिन मधुबन में ही दिखाई देता है और आवास के बहुत बड़े लेवल पर दलाल भी है जो सक्रिय रहते हैं 50 से 70000 लेकर प्रधानमंत्री आवास का आवंटन  किया जाता है मामला पूरा ही है जब पहली  आवास की किस्त आती है तो आवास वाले को न्यू बनाना पड़ता है दूसरी किस्त आने पर उसमें से 50 या 70000 देना पड़ता है आखिर क्यों देना पड़ता है  पहले से ही मौजूद रहती है और सिर्फ सरकार का पैसा आने के चक्कर में सोचता है कि अगर 25 परसेंट पैसा दे दिया जाए तभी तो कुछ बच जाएगा और मेरा मकान बन जाएगा ऐसी भारत सरकार के पैसे को मधुबन नगर पंचायत में लूटा जा रहा है 5 सालों में इस कदर लूटा गयाऔर उन लोगों ने आवास बनवाया भी आवास का मामला कई बार सोशल मीडिया में वायरल हुआ लेकिन इस पर जांच हुई तो 6 लोगों की रिकवरी  हुई पैसा वापस हुआ कई पेपरों का भी छपा सूत्र बताते हैं कि जो भी सभासद चेयरमैन जेई  ईओ मधुबन जो लोग भी हैं सब लोगों का इसमें हाथ है और इसकी जांच बड़े लेवल पर होनी चाहिए क्योंकि कुछ लोगों ने पैसा इकट्ठा किया है चुनाव लड़ने के लिए कुछ लोगों ने पैसे का मौज किया है जिस जेई का सैलरी 10,000 है आए दिन फ्लाइटों से दुनिया का घूम  रहा है आखिरकार 10000 पाने वाला संविदा जेई इतना पैसा कहां से ला रहा है इतनी जमीन कहां लिखवा रहा है इसकी जांच धरातल पर होनी चाहिए और कार्रवाई भी होनी चाहिए अगर दोषी पाया गया तो बाबा का बुलडोजर भी चलना चाहिए पूरा मामला जनपद मऊ के नगर पंचायत का है देखना है कब तक  आवास की जांच होती है प्रधानमंत्री आवास जो फर्जी ले रखे हैं कब तक कार्रवाई होती है शासन-प्रशासन आखिरकार देखना है कब तक इसका शुद लिया जाता है कब तक कार्रवाई होती है और कब तक बाबा का बुलडोजर उन लोगों पर चलता है जो भ्रष्टाचारी है इसमें लिप्त है और फर्जी आवास लिए हैं