बल्लीमारान बैंड की धुन आरंभ है प्रचंड गाने पर खूब झूमे आजमगढ़ के लोग ।

अरविंद कुमार पांडे की रिपोर्ट

 

बल्लीमारान बैंड की धुन आरंभ है प्रचंड गाने पर खूब झूमे आजमगढ़ के लोग ।

18 सितंबर आजमगढ़ स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन द्वारा जनपद में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के क्रम में आज आजमगढ़ के पॉलिटेक्निक मैदान मुख्य मंच पर विभिन्न कार्यक्रम के क्रमानुसार आयोजित हुए । इसी कड़ी में आजमगढ़ महोत्सव में भाग लेने अपने पूरे बल्लीमारान बैंड समूह के साथ आए बॉलीवुड के जाने माने लेखक/गीतकार/अभिनेता पीयूष मिश्रा ने अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। गाना गाया और जमकर धूम मचाई बतादें की पियूष मिश्रा जिला प्रशासन के बुलावे पर आजमगढ़ आए और महोत्सव मंच पर अपने शानदार गाने और शायरी से उपस्थित सभी दर्शकों का दिल जीत लिया।

“बल्लीमारान बैंड” पर गाने विशेष रहे । 1– आरम्भ है प्रचण्ड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बान शान या कि जान का हो दान आज इक धनुष के बाण पे उतार दो…

2 – मैं तो हूँ बैठा ओ हुसना मेरी यादों पुरानी में खोया पल-पल को गिनता पल-पल को चुनता बीती कहानी में खोया पत्ते जब झड़ते हिन्दोस्तां में यादें तुम्हारी ये बोलें होता उजाला हिन्दोस्तां में बातें तुम्हारी ये बोलें ओ हुसना
जैसे अपने सदाबहार बेहतरीन गानों से उपस्थित सभी दर्शकों को खूब झुमाया गाने के खत्म होते ही दर्शकों द्वारा पुनः उसी गाने की मांग की गई जिसको उन्होंने मान सभी को खुश कर दिया।

कार्यक्रम के पूर्व आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पियूष मिश्रा ने कहा कि आजमगढ़ उनके लिए विशेष है क्यांकि यहां उनके दो दोस्त अभिषेक पंडित ममता पंडित रहते है और उनके बुलावे पर ही मैं यहां आज दूसरी बार आया हूं।

उन्होंने आजमगढ़ को “साहित्यकारों कलाकारों” की भूमि कहा और बताया कि जाने कितने बड़े बड़े नाम आज इस आजमगढ़ की पहचान है। उनमें महान साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन जैसा एक बड़ा नाम जिसकी जीवन गाथा अपने आप में एक बड़ा विषय है उन्होंने बताया कि मैंने उनके बारे में पढ़ा है। वहीं कैफ़ी आज़मी की भूमि के रूप में भी उन्होंने इसकी अलग महत्ता बताई और कहा कि बेवजह लोग आजमगढ़ के बारे में दुष्प्रचार किया करते है। उन्होंने आजमगढ़ से मिले प्यार अपनापन की बात और कहा कि यहां बहुत अपनापन मिलता है राजनीतिक बातों को उन्होंने नजरंदाज किया फिरभी राहुल गांधी को अच्छा इंसान तो प्रधानमंत्री को अच्छा राजनेता बताया पत्रकार के सवाल पर की क्या राजनीतिक दलों द्वारा I.N.D.I.A और भारत नाम को लेकर जारी गतिरोध/विरोधाभास ठीक है इसपर उन्होंने कहा कि नाम “भारत” मूल है और ठीक भी है वहीं खुद को किसी भी तरह की राजनीति से दूर रहने की बात कही।