प्रशासन के अड़ियल रूख से किसानो और प्रशासन के बीच वार्ता हुई विफल

संवाददाता कुमुद सिंह की रिपोर्ट

प्रशासन के अड़ियल रूख से किसानो और प्रशासन के बीच वार्ता हुई विफल

वाराणसी। मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान मे किसान विरोधी मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से पीड़ित किसानो की जबरन भूमि अधिग्रहण, बर्बर लाठीचार्ज एवं क्रूर दमन के विरोध मे बैरवन मे चल रहा बेमियादी धरना प्रदर्शन 7वे दिन अनवरत जारी रहा। प्रशासन और किसानो की बैठक विफल हो गयी।
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष मेवा पटेल ने कहा कि विकास प्राधिकरण सचिव का बैठक में व्यवहार अमर्यादित था वे पांच सूत्रीय मांग पत्र पर 6 सप्ताह मे निस्तारण को टाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सचिव ने धरना समाप्त कारनेवको कहा और बोले अन्यथा किसान संघर्ष समिति के लोगो पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी पड़ेगी, उस पर किसानो ने कहा कि बिना हम लोगो की पांच सूत्रीय मांग पूरा हुये धरना समाप्त नहीं होगा।
किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि जिला प्रशासन माननीय उच्च न्यायालय और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश की खुलेआम अवहेलना कर रहा है, जबकि माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद अपने आदेश मे स्पष्ट कहा है कि बिना मुआवजा लिये किसानो का मालिकाना हक बना रहेगा।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी पांच दिन पहले मण्डलाआयुक्त को निर्देशित किये थे कि तत्काल किसानों के बीच जाकर वर्तमान दर से मुआवजा देकर सौहादपूर्ण तरीके से धरना समाप्त कराएं लेकिन प्रशासन का आना तो दूर की बात वो किसानों को बुलाकर खुलेआम धमकी दे रहे।
राष्ट्रीय समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय एवं मुख्यमंत्री के आदेश की जिला प्रशासन द्वारा अवहेलना किये जाने से किसान आक्रोशित एवं विचलित है। आज बेमियादी धरना स्थल पर सर्वसम्मत से निर्णय हुआ कि प्रशासन के अड़ियल एवं अवैधानिक रवैए का मुहतोड़ जवाब देने के लिये अन्दोलन को तीव्र किया जाय, इसके लिये 9 जून को दोपहर 12 बजे से बड़ी किसान पंचायत करने की सहमति बनी।